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Training of the Day 03.10.2017


दिनांक - 03.10.2017
दिन- मंगलवार
स्थान-डायट परिसर शेखपुरा

दुर्गा पूजा एवं मुहर्रम की छुट्टियों के बाद आज पहले दिन चेतना सत्र के बाद प्रशिक्षण को आरम्भ किया गया और सदन में बालदेव सर का आगमन होता है और उनके द्वारा शिक्षा के परिपेक्ष्य विषय अंतर्गत Child Development का प्रशिक्षण आरम्भ किया गया है । जिसमे हमें यह बताया गया कि हमें बच्चों के मनोविज्ञान को समझना आवश्यक है । बच्चों के लिए जन्म से लेकर दो वर्ष काफी महत्वपूर्ण होते हैं। इस समयावधि में उनका शारीरिक, मानसिक विकास होता है और उसे शरीर के अंग सुचारू रूप से कार्य करते है। इसी बीच उनके द्वारा अंग्रेजी के एक कहावत " i love you more than salt" के बारे में हमें बताया गया। इसी क्रम में हमें यह बताया गया कि आज के समय में पढ़ने-पढ़ाने का स्थान सीखना -सिखाने ने ले लिया है । इसके बाद हमारे सामने एक प्रश्न आता है - learning क्या है ?
जिसके उत्तर में E.L.THORNDIKE के परिभाषा "Learning is the change of behavior through experience and training" के बारे में विस्तार से बताया गया ।  इसके बाद सदन में परशुराम सर का आगमन होता है और उनके द्वारा पर्यावरण का प्रशिक्षण आरम्भ किया गया और और आज उनके द्वारा हमें समूह कार्य के रूप में कुल छः थीम दिए गए और हमें छः समूहों में विभक्त किया गया और थीम थे - पर्यावरण और मित्र, भोजन, आवास, जल, यात्रा और वस्तुओं का स्वः निर्माण एवं व्यवहार ।
इन थीमो के अनुरूप कक्षा 1 एवं 2 के छात्रों के लिए इसकी समझ उत्पन्न करने का कार्य हमें दिया गया । जिसे हम सभी प्रशिक्षु बड़े लगन से करने में लग गए। मेरा समूह छह था, जिसका थीम यात्रा था, ग्रुप के सभी प्रशिक्षुओं ने मिलकर कार्य किया और अपने-अपने विचार के माध्यम से इस कार्य को संपन्न किया । इसके बाद मध्याह्न का वक्त हो गया। मध्याहन के बाह पुनः वही कार्य कक्षा 3, 4 एवं 5 के छात्रों को ध्यान में रखते हुए करने को दिया गया । जिसे सभी प्रशिक्षुओं ने मिलकर किया । इसके साथ आज का प्रशिक्षण समाप्त हो गया ।

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