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Training of the Day - 08.08.2017

दिनांक - 08.08.2017
दिन - मंगलवार
स्थान - डायट परिसर शेखपुरा


प्रतिदिन की तरह आज भी चेतना सत्र के आयोजन के बाद प्रशिक्षण के प्रथम सत्र को आरम्भ किया गया | व्याख्याता के रूप में सुनील सर का सदन में आगमन होता है और उनके द्वारा बाल विकास में भूमिका पर प्रकाश डालते हुए परिवार, शिक्षक, समुदाय एवं जनसंचार माध्यम की भूमिका से अवगत कराया जाता है | इसके बाद बाल विकास के विभिन्न आयामों के बारे में बताया जाता है जिससे स्पष्ट होता है कि बाल विकास के आयाम निम्न है -
शारीरिक
सामाजिक
मानसिक
मनोगात्मक
संवेगात्मक
भाषा
नैतिक
संज्ञानात्मक

इसेक बाद MENTAL PROCESS के बारे में बताते हुए उसके चार रूपों तर्क, चिंतन, स्मरण और भाषा के बारे में बताया जाता है | इसके बाद सर के द्वारा सदन के एक प्रशिक्षु से ककहरा बोलने को कहा जाता है, जिसमे वर्णों के उच्चारण पर विशेष ध्यान दिलाते हुए उसके उच्चारण एवं प्रयोग से सम्बंधित जानकारी दी जाती है | इसके साथ ही सदन में परशुराम सर का आगमन होता है और उनके द्वारा पर्यावरण का प्रशिक्षण आरम्भ करते हुए बताया जाता है कि तृतीय कक्षा से पर्यावरण की शिक्षा बच्चों को दी जाती है | जिसमे बच्चों को पर्यावरण के प्रारंभिक बातों से अवगत कराया जाता है और फिर उसके संरक्षण, प्राकृतिक, मानव निर्मित चीजों से भी अवगत कराया जाता है | इस पर सदन से कुछ प्रशिक्षु अपने -अपने बातों के माध्यम से बच्चों में पर्यावरण की समझ को विकसित करने के तरीकों के बारे में बताते है | इसके साथ प्रथम सत्र का प्रशिक्षण समाप्त हो जाता है |

मध्याह्न के बाद द्वितीय सत्र का प्रशिक्षण आरम्भ होता है | इस सत्र में स्वतन्त्रता दिवस समारोह के आयोजन से सम्बंधित बातों पर चर्चा की जाती है |

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