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Training Of The Day - 05.08.2017

दिनांक - 05.08.2017
दिन - शनिवार
स्थान - डायट शेखपुरा


प्रतिदिन की तरह सप्ताह के अंतिम दिन भी चेतना सत्र का आयोजन किया गया | इसके बाद प्रशिक्षण के पहले सत्र में व्याख्याता विद्यानंद सर का आगमन होता है और उनके द्वारा स्वतंत्रता पूर्व के विद्यालयों के नाम एवं स्वरुप पर विस्तार से चर्चा की गयी | जिसमे स्वतंत्रता पूर्व बुनियादी विद्यालय की स्थापना से सम्बंधित जानकारी हमें दी गयी | यह भी बताया गया कि प्रारंभ में बिहार में बुनियादी विद्यालय का स्वरुप पांच भागों में था -
1.जूनियर बेसिक स्कूल - कक्षा 1 से 5 तक की पढाई 
2.सीनियर बेसिक स्कूल - कक्षा 6 से 8 तक की पढाई
3.पोस्ट बेसिक स्कूल - उच्च विद्यालय के समकक्ष कक्षा 9 से 11 तक पढाई
4.जूनियर ट्रेनिंग स्कूल - जूनियर बेसिक स्कूल में अध्यापनरत शिक्षकों को प्रशिक्षण
5. बेसिक ट्रेनिंग स्कूल - सीनियर बेसिक स्कूल में अध्यापनरत शिक्षकों को प्रशिक्षण

इसके बाद सदन में संजीव् सर का आगमन होता है और उनके द्वारा विद्यालय के विभिन्न संसाधनों के बारे में चर्चा करते हुए मानव संसाधन के बारे में बताया जाता है | जिसमे सबसे पहले प्रधानाध्यापक के विद्यालय में कार्य से हमें अवगत कराया जाता था | जो काफी ज्ञानवर्द्धक थी और हम सभी एक प्रधानाध्यापक के इन कार्यों से अवगत नहीं थे, जानकारी मिल गयी |  



इसके बाद हमें TESS INDIA (Teacher Education throught school support in India) द्वारा संचालित MOOC (massive open online course) के बारे में बताया जाता है और कंप्यूटर एवं मोबाइल के जानकारी रखने वाले प्रशिक्षुओं को इसमे निबंधन की प्रक्रिया के बारे में बताया जाता है | इसके साथ प्रथम सत्र का प्रशिक्षण समाप्त हो जाता है |

मध्याह्न के बाद द्वितीय सत्र का प्रशिक्षण आरम्भ होता है और व्याख्याता के रूप में परशुराम सर का आगमन होता है और उनके द्वारा पर्यावरण अध्ययन पर चर्चा की जाती है | इसी क्रम में उद्धरण शब्द पर चर्चा की जाती है और ये स्पष्ट किया जाता है कि पूर्व से किसी पुस्तक, व्यक्ति विशेष या अन्यंत्र के उठाई गए बातों को हूबहू प्रयोग करना ही उद्धरण होता है |
इसके साथ द्वितीय सत्र का प्रशिक्षण समाप्त हो जाता है |

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