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Training of the Day - 12.10.2017

दिनांक - 12.10.2017
दिन- गुरूवार
स्थान - डायट शेखपुरा

अन्य दिनों की तरह सर्वप्रथम चेतना सत्र का आयोजन किया गया । चेतना सत्र के बाद आज का प्रशिक्षण आरम्भ किया गया । सदन में व्याख्याता के रूप में बालदेव सर के साथ परशुराम सर का भी आगमन होता है  । साथ ही गेस्ट फेकल्टी के रूप में पंकज सर भी सदन में प्रवेश करते हैं।
चूँकि सेक्सन 'ए' के प्रशिक्षुओं को SCHOOL EXPERIENCE PROGRAMME के लिए आगामी सोमवार से जाना है और कुल 9 बिन्दुओं पर कार्य करना है । उसी में से एक कार्य क्रियात्मक शोध है, जिसकी मॉनिटरिंग बालदेव सर करेंगे । उसी को लेकर आज बालदेव सर के द्वारा क्रियात्मक शोध के बारे में बताया गया ।
सर्वप्रथम उन्होंने क्रियात्मक शोध का बेसिक जानकारी देते हुए क्रियात्मक शोध क्या है? ये हम सभी को बताया । उन्होंने बताया कि क्रियात्मक अनुसन्धान वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यवहारिक कार्यकर्ता वैज्ञानिक ढंग से अपनी समस्याओं का अध्ययन अपने निर्णय और क्रियाओं में निर्देशन सुधार और मूल्यांकन करता है । इसके बाद सर के द्वारा इसके छः चरणों के बारे में हमें विस्तार से बताया जाट है । साथ ही किस तरह क्रियात्मक शोध का प्रारूप होगा, यह हमें बताया गया और इससे सम्बंधित विभिन्न विषयों की भी जानकारी दी गयी । इसके बाद परशुराम सर द्वारा नवम्बर में FI की ट्रेनिंग के बारे में बताया गया । इसके बाद मध्याहन हो गया ।
मध्याह्न के बाद प्रशिक्षण का द्वितीय सत्र आरम्भ किया गया ।
सदन में गेस्ट फेकल्टी के रूप में अमित सर का आगमन होता है और उनके द्वारा पर्यावरण का प्रशिक्षण शुरू किया जाता है । पर्यावरण के महत्त्व के बारे चर्चा करते हुए उनके द्वारा पर्यावरण अध्ययन का उद्देश्य के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाती है । इसके बाद सर के द्वारा NCF 2005 और BCF 2008 के उद्देश्यों के बारे में बताया जाता है । इसके साथ आज का प्रशिक्षण समाप्त हो जाता है । 

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